यूरोपीय संसद ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे यूरोपीय संघ की निर्भरता, विशेष रूप से चीन पर, घटाई जा सकेगी। यूरोपीय संसद ने ‘क्रिटिकल रॉ मटेरियल एक्ट’ को भारी बहुमत से मंजूरी दी है।
इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य यूरोपीय संघ की निर्भरता को घटाना है, विशेष रूप से वे महत्वपूर्ण खनिज और धातु पर जो हरित प्रौद्योगिकियों के लिए आवश्यक हैं। यह खनिज और धातु, सौर पैनल, पवन चक्कियां, और विद्युतीय वाहनों की बैटरी के निर्माण में उपयोग होते हैं।
विधेयक की मुख्य पहचान यह है कि यह यूरोपीय संघ को अपनी घरेलू क्षमता को विस्तार देने की अनुमति देता है, ताकि यह इस तरह के महत्वपूर्ण संसाधनों की आपूर्ति में विविधता और स्थिरता प्रदान कर सके।
यूरोपीय संघ अब ऑस्ट्रेलिया और चिली जैसे देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने का आदान-प्रदान कर रहा है, ताकि यह अपनी प्रसंस्करण क्षमता को बढ़ा सके और आपूर्ति श्रृंखला में विविधता प्रदान कर सके।
हालांकि, पर्यावरणविदों का मानना है कि इस विधेयक में पर्यावरणीय मानकों को अधिक महत्व देना चाहिए। आलोचना है कि बिना पर्यावरण संरक्षण के मानकों के, इस प्रक्रिया के जरिए प्राकृतिक संसाधनों की अत्यधिक खपत हो सकती है, जिससे पर्यावरण पर नकरात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
आगामी दिनों में, परिषद और संसद के बीच आगे की चर्चा होगी, जिससे इस विधेयक को संशोधित और परिष्कृत किया जा सकता है। यह महत्वपूर्ण है कि यूरोपीय संघ अपनी आर्थिक और पारिस्थितिकी आवश्यकताओं को संतुलित करे ताकि यह एक सशक्त, स्वावलंबी, और संवैधानिक तरीके से आगे बढ़ सके।
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