आरबीआई ने डिप्टी गवर्नर एम. राजेश्वर राव के कार्यकाल को एक साल विस्तारित किया


एम राजेश्वर राव को पहली बार अक्टूबर 2020 में रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर के पद पर तीन साल के लिए नियुक्त किया गया था। उनकी मुख्य जिम्मेदारियां वित्तीय विनियमन के क्षेत्र में थीं। अब उन्हें 9 अक्टूबर, 2023 से शुरू होने वाले एक साल के अतिरिक्त कार्यकाल की स्वीकृति मिली है, जो उन्हें या तो अगले आदेश तक या इससे पहले समय तक अपने पद पर बने रहने की अनुमति प्रदान करेगा।

भारतीय रिजर्व बैंक, जिसे आरबीआई के नाम से जाना जाता है, देश की मुद्रा और वित्तीय स्थितियों के प्रबंधन में मुख्य भूमिका निभाता है। डिप्टी गवर्नर, इस संगठन में एक महत्वपूर्ण पद पर बैठने वाला अधिकारी होता है, जो विभिन्न वित्तीय और मुद्रा नीतियों के निर्धारण में सहायक होता है।

एम राजेश्वर राव, जिन्हें हाल ही में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर के रूप में पुनः नियुक्त किया गया है, वे इस पद की गंभीरता और जिम्मेदारियों को अच्छी तरह समझते हैं। उनका कार्यकाल एक साल के लिए विस्तारित किया गया है, जिससे उन्हें और अधिक समय मिलेगा आरबीआई में अपनी नीतियों और योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए।

उनकी पुनः नियुक्ति का मुख्य कारण उनकी पिछले समय में की गई प्रशंसायोग्य कार्यशैली और नीतियों की सफलता है। एम राजेश्वर राव के नेतृत्व में आरबीआई ने कई महत्वपूर्ण पहलों को अंजाम दिया है जो भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करते हैं।

इस पुनर्नियुक्ति के जरिए यह संकेत दिया जा रहा है कि सरकार और आरबीआई दोनों एम राजेश्वर राव के योगदान को महसूस कर रहे हैं और उन्हें अधिक समय देना चाहते हैं ताकि वे अपनी नीतियों और उपायों को और भी बेहतर बना सकें।

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