इंडोनेशिया में माउंट रुआंग के फूटने के कारण प्राकृतिक आपदा उत्पन्न हुई


इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी क्षेत्र में स्थित माउंट रुआंग की हाल ही में हुई ज्वालामुखी विस्फोट के बाद की चित्रणात्मक रिपोर्ट।

माउंट रुआंग, इंडोनेशिया के उत्तरी सुलावेसी क्षेत्र में स्थित एक दुर्दान्त ज्वालामुखी, विस्फोट के बाद अत्यंत आतंक मचा दिया। इस घटना ने सम्पूर्ण क्षेत्र को आंधाकार में ढक दिया और अनेकों लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया।

माउंट रुआंग के फटने के बाद, संबंधित क्षेत्रों में वायुमंडलीय दबाव में भारी वृष्टि के कारण पारिस्थितिकीय संकट उत्पन्न हो गया। ज्वालामुखी के फटने के बाद, उच्च गति की बारिश ने उसके चारों ओर के क्षेत्रों को ज्वालामुखीय कचरे और धूल से भर दिया। यह स्थिति निवासियों के लिए अत्यधिक खतरनाक साबित हुई, जिन्हें वहाँ से निकलने के लिए मजबूर किया गया।

ज्वालामुखी के विस्फोट के पश्चात, कई और विस्फोट हो गए, जिससे परिस्थितियाँ और भयानक हो गईं। लावा, धूल और ज्वालामुखीय बिजली के मिश्रण से ज्वालामुखी ने अपनी विस्फोटनीय गतिविधियों को और भी बढ़ा दिया।

इस अस्थायी आपदा के कारण, स्थानीय अधिकारियों को लगातार लोगों की सुरक्षा और बचाव की योजनाएं बनानी पड़ीं। पड़ोसी टागुलैंडांग द्वीप के लोगों को अपवाद द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

इस घटना के पश्चात, अधिकारियों ने कुल 11,000 लोगों को निकालने की कार्रवाई की, जो कि व्यापक रूप से प्रभावित हुए थे। उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया ताकि उनकी जिंदगी को खतरे से बचाया जा सके।

माउंट रुआंग का आखिरी बड़ा विस्फोट 2002 में हुआ था, जिसने निवासियों को बाहर निकालने की आवश्यकता पैदा की थी। इस बार के विस्फोट ने फिर एक बार समझाया कि प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना कितना मुश्किल हो सकता है और हमें उनके खिलाफ सजग रहने की आवश्यकता है।

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