शिक्षा के क्षेत्र में किसी शिक्षक की महत्वपूर्णता को मापने का मानक उसकी प्रतिबद्धता, उनकी शिक्षण विधियों की नवीनता और उनके विद्यार्थियों पर डाले गए प्रभाव में निहित है। पश्चिम बंगाल के एक समर्पित शिक्षक, दीप नारायण नायक, ने इन सभी मानकों को पार करते हुए वैश्विक पहचान हासिल की है।
वर्की फाउंडेशन के द्वारा आयोजित वैश्विक शिक्षक पुरस्कार में उन्हें शीर्ष 10 फाइनलिस्ट में चयनित किया गया है, जो एक आदान-प्रदान की बड़ी बात है। यह पुरस्कार यूनेस्को और दुबई केयर्स के सहयोग से आयोजित होता है और इससे विश्व भर के अद्वितीय शिक्षकों को मान्यता मिलती है।
नायक जी ने अपनी अनूठी शिक्षण विधियों, उनकी समझदारी और समर्थन के माध्यम से वंचित बच्चों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया है। कोविड-19 के दौरान, जब पूरी दुनिया में शिक्षा की गतिविधियां प्रभावित हो रही थीं, उन्होंने अपने विद्यार्थियों के साथ निरंतर संपर्क में रहकर उन्हें समर्थन प्रदान किया।
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