भारत सरकार ने आयुष वीज़ा की शुरुआत की

“गृह मंत्रालय ने विदेशी नागरिकों के लिए आयुष वीजा की घोषणा की: आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा तथा यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी के तहत इलाज की सुविधा”

इस नये वीजा के जरिये, विदेशी नागरिक भारतीय चिकित्सा प्रणालियों के अंतर्गत आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी के तहत उपचार प्राप्त कर सकेंगे। इसे वीज़ा मैनुअल में अध्याय 11ए के रूप में जोड़ा गया है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि भारतीय चिकित्सा प्रणालियों के तहत उपचार के लिए विदेशी नागरिकों को आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी।

भारतीय पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयुष वीजा का शुभारंभ

आयुष वीजा का निर्माण उन विदेशी नागरिकों को प्रेरित करने के लिए किया गया है, जो भारतीय आयुष चिकित्सा, कल्याण और योग में रुचि रखते हैं। इस वीजा की घोषणा 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गांधीनगर, गुजरात में आयोजित ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट (जीएआईआईएस) में की गई थी।

इस संकल्प से भारतीय पारंपरिक चिकित्सा को एक वैश्विक पहचान मिलने और मेडिकल वैल्यू ट्रैवल को बढ़ावा मिलने की आशा है।

आयुष मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मिलकर ‘हील इन इंडिया’ पोर्टल विकसित किया है, जिससे भारत को वैश्विक चिकित्सा पर्यटन स्थल के रूप में पहचान मिलेगी। आयुष मंत्रालय विभिन्न पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों, जैसे कि आयुर्वेद, को प्रमोट करने में निरंतरता रख रहा है।

उन्होंने हाल ही में भारत पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) और पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) साइन किया है, जिससे चिकित्सा पर्यटन को और अधिक बढ़ावा दिया जा सकेगा।

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