अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2 फरवरी को मनाया गया विश्व वेटलैंड्स दिवस

विश्व स्तर पर हर साल 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस यानि विश्व वेटलैंड्स दिवस मनाया जाता है। 

इस दिन को मनाए जाने का उद्देश्य लोगों और पृथ्वी के लिए वेटलैंड्स द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इस वर्ष के विश्व वेटलैंड्स दिवस का विषय “Wetlands and Biodiversity” है।

क्या हैं वेटलैंड्स?

वेटलैंड्स एक ऐसा स्थान है जहां पौधे और पशु प्रजातियों की घनी विविधता पाई जाती है और ये जैव विविधता से भी समृद्ध होता हैं और जो शोधकर्ताओं के अनुमान के अनुसार घटता जा रहा है। ये ऐसे भूमि क्षेत्र हैं जो हमेशा या मौसम में संतृप्त या जलमंगन रहते हैं।

वेटलैंड्स के :

तटीय वेटलैंड्स: मैंग्रोव्स, एस्टुरीज, खारे पानी की दलदली भूमि, लैगून आदि.

अंतर्देशीय आर्द्रभूमि: दलदली भूमि, झीलों, जलयुक्त दलदली वन भूमि, नदियों, बाढ़ और तालाब.

मानव निर्मित वेटलैंड्स : मछली के तालाब, नमक और चावल के धान.

विश्व वेटलैंड्स दिवस 2020 के विषय का महत्व:

वर्ष 2020 का विषय वेटलैंड्स एंड बायोडायवर्सिटी, वेटलैंड जैव विविधता में आती कमी को उजागर करने के लिए एक अनूठा अवसर पैदा करना और यह वेटलैंड्स संरक्षण के लिए सीधे कार्रवाई करने के निर्देश देता है ताकि इसके नुकसानों का किया जा सके। वेटलैंड्स के जंगलों की तुलना में तीन गुना तेजी से कम होने का अनुमान है। सर्वाधिक उत्पादक जीवन सहायता में आर्द्रभूमि का मानवता के लिए सामाजिक-आर्थिक एवं पारिस्थितिकी महत्व है। ये प्राकृतिक जैव विविधता के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है।

2 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है ये दिवस?

विश्व वेटलैंड्स दिवस हर साल 2 फरवरी को ईरान के शहर रामसर में केस्पियन सागर के तट पर 2 फरवरी 1971 को वेटलैंड्स के संरक्षण पर हुए कन्वेंशन को चिन्हित करने के लिए मनाया जाता है।

भारत में रामसर क्षेत्र:

अष्टमुडी वेटलैंड्स – केरल

भितरकनिका मैंग्रोव – उड़ीसा

भोज वेटलैंड्स – मध्य प्रदेश

चंद्र ताल – हिमाचल प्रदेश

चिल्का झील – उड़ीसा

दीपोर बील – असम

ईस्ट कलकत्ता वेटलैंड्स – पश्चिम बंगाल

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