भारत में हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष देशभर में 72 वां सेना दिवस मनाया जा रहा है।
आज ही के दिन आजादी के बाद 1949 में देश के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल के.एम करियप्पा ने अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ एफ.आर.आर बुशर से सैन्य कमान अपने हाथों में ली थी।
सेना दिवस हमारे देश के सैनिकों को निस्वार्थ सेवा और भाईचारे और आगे बढ़कर, देश के लिए प्यार की सबसे बड़ी मिसाल कायम करने के लिए सभी सेना मुख्यालयों में मनाया जाता है। भारतीय सेना दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं में से एक है, जो अमेरिका, रूस और चीन जैसी महाशक्तियों को टक्कर देती है।
भारतीय सेना का आदर्श वाक्य ‘service before self’ है और इसका उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता सुनिश्चित करना है, बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से राष्ट्र की रक्षा करना और सीमाओं पर शांति और सुरक्षा बनाए रखना है।
इसीलिए प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 1965 में “जय जवान जय किसान” का नारा दिया था।भारतीय सेना ने उच्चतम स्तर की दक्षता का प्रदर्शन किया है और यह कई तरह की जटिल सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में कामयाब रही है।
जनमानस में सेना के प्रति हमेशा गौरव का भाव रहा है और सेना ने राष्ट्र निर्माण के विभिन्न कामों तथा प्राकृतिक आपदाओं के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
28 वें सेनाध्यक्ष: जनरल मनोज मुकुंद नरवणे
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