27 अक्टूबर, 2023 को, भारतीय नौसेना ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया जब उसने अपने तीसरे गोला बारूद सह टॉरपीडो सह मिसाइल, जिसे एसीटीसीएम कहा जाता है, को बार्ज किया। यह मिसाइल एलएसएएम 17 (यार्ड 127) के लॉन्च से बार्ज की गई थी। इस उपलब्धि से भारतीय नौसेना ने एक बार फिर अपनी स्वदेशी नौसैनिक क्षमताओं को साबित किया।
यह उद्घाटन समारोह ठाणे के मेसर्स सूर्यदीप्त प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में हुआ, जिसे एडब्ल्यूपीएस (एमबीआई) के कमोडोर वी प्रवीण ने अध्यक्षित किया। इस मिसाइल का विकास और प्रस्तुति ने भारतीय नौसेना को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत स्थान दिलाया है।
एसीटीसीएम मिसाइल भारत में स्वदेशी प्रौद्योगिकी का उत्कृष्टता प्रतिष्ठान है। यह मिसाइल नौसेना की विभिन्न जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है, जिससे भारतीय समुद्री सीमा की सुरक्षा में वृद्धि होगी।
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