भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, जिसे सीसीआई के रूप में जाना जाता है, ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा नेटवर्क (आईसीएन) की 18 सदस्यीय संचालन समिति का हिस्सा बनने के माध्यम से अपार सफलता हासिल की है।
आईसीएन एक वैश्विक पहल है जिसे प्रतिस्पर्धा नीतियों, विधियों और मानकों के मामले में सर्वश्रेष्ठ प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया है। सीसीआई का इस संचालन समिति में शामिल होना भारत के लिए एक गर्व की बात है और यह दिखाता है कि भारतीय प्रतिस्पर्धा नीतियां अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर कितनी अच्छी तरह से बैठती हैं।
इस उपलब्धि के पीछे सीसीआई के लगातार प्रयास और समर्पण का हाथ है। आयोग ने पिछले कुछ वर्षों से स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के मामले में उत्कृष्टता की उम्मीद की है। इसका मुख्य उद्देश्य प्रतिस्पर्धा के मामले में सजगता और सटीकता बढ़ाना है, ताकि उद्यमिता और नवाचार में बढ़ोतरी हो सके।
प्रतिस्पर्धा नियमन एवं प्रवर्तन क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा नेटवर्क (आईसीएन) का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आईसीएन, जिसमें दुनिया भर की 140 प्रतिस्पर्धा एजेंसियांं शामिल हैं, प्रतिस्पर्धा कानून के उत्तराधिकारी के रूप में उभर कर सामने आया है।
आईसीएन का प्रमुख ध्येय प्रतिस्पर्धा नियमन और प्रवर्तन में सामंजस्य लाना और समर्थन प्रदान करना है। इसके अधिकारियों में नियमित बातचीत करने और चिंताओं को संबोधित करने का एक अनूठा तरीका है, जिससे उन्हें उनके उत्तराधिकारी के अधिकारों और कर्तव्यों को सहज और प्रभावी तरीके से अन्यथा निभाने में सहायता मिलती है।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, जो सीसीआई के रूप में भी जाना जाता है, भारत में प्रतिस्पर्धा कानून के नियमन और प्रवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सीसीआई की आईसीएन में सदस्यता भारत के लिए एक सम्मानजनक स्थिति का प्रतीक है, जो इसे वैश्विक मंच पर एक मजबूत अखिलाधिकारी के रूप में प्रमोट करता है।
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