जब बात समुद्री प्रदूषण की होती है, तो यह सिर्फ एक देश की समस्या नहीं होती, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चुनौती बन जाती है। ऐसे में, समझौता और सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। भारत ने इसे समझते हुए अपने तटरक्षक जहाज ‘समुद्र प्रहरी’ को 11 सितंबर से 14 अक्टूबर, 2023 तक आसियान देशों में तैनात किया।
जहाज की यह यात्रा भारतीय तटरक्षक की समुद्री प्रदूषण से निपटने की क्षमताओं और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने का उद्देश्य रखती थी। इस यात्रा के दौरान, जहाज बैंकॉक, हो ची मिन्ह और जकार्ता जैसे प्रमुख पोर्टों पर रुका और वहां समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
यह तैनाती न केवल भारत की समुद्री प्रदूषण से निपटने की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए थी, बल्कि इससे आसियान देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को भी मजबूती मिली। इससे उम्मीद है कि प्रमुख समुद्री एजेंसियों के साथ संयुक्त अभ्यास और पेशेवर आदान-प्रदान से क्षेत्रीय सुरक्षा में सुधार होगा।
अंत में, इस पहल के माध्यम से भारत ने दिखाया कि वह समुद्री प्रदूषण जैसी साझी समस्याओं से निपटने के लिए आसियान देशों के साथ सहयोग करने को तैयार है। आज के समय में, जब समुद्री प्रदूषण जैसी समस्याएं दिन प्रतिदिन बढ़ रही हैं, ऐसे सहयोगात्मक प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
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