
डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (डब्ल्यूएचओ जीसीटीएम) को 09 मार्च, 2022 को एक मेजबान देश समझौते पर हस्ताक्षर करके केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया था. डब्ल्यूएचओ जीसीटीएम गुजरात के जामनगर में स्थापित किया जाएगा और विश्वभर में आयुष प्रणालियों की स्थिति में मदद करेगा और पारंपरिक दवाओं से संबंधित वैश्विक स्वास्थ्य मामलों पर नेतृत्व प्रदान करेगा |
डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (डब्ल्यूएचओ जीसीटीएम) पारंपरिक चिकित्सा के लिए वैश्विक कल्याण, साक्ष्य-आधारित अनुसंधान, प्रशिक्षण और जागरूकता के केंद्र के रूप में उभरेगा. इस केंद्र की स्थापना के लिए गतिविधियों के समन्वय, निष्पादन और निगरानी के लिए एक संयुक्त कार्य बल (जेटीएफ) का गठन किया गया है |
पारंपरिक चिकित्सा: एक नजर में
पारंपरिक चिकित्सा स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रणाली का एक प्रमुख स्तंभ है और अच्छे स्वास्थ्य और सेहत को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है. सुरक्षित और प्रभावी पारंपरिक चिकित्सा यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. डब्ल्यूएचओ-जीसीटीएम संबंधित देशों में पारंपरिक चिकित्सा को विनियमित करने, एकीकृत करने एवं भविष्य में देशों के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों की पहचान करेगा, आगामी डब्ल्यूएचओ जीसीटीएम और डब्ल्यूएचओ के सहयोग से कई अन्य पहलें भारत को दुनिया भर में पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में अपना वर्चस्व बनाने में सहायता प्रदान करेंगी |
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