एबेल पुरस्कार 2020 की हुई घोषणा, इस बार दो गणितज्ञ करेंगे पुरस्कार साझा

नॉर्वेजियन एकेडमी ऑफ साइंस एंड लेटर्स द्वारा दो गणितज्ञों इजरायल की हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ येरुशलम के हिलेल फुरस्टेनबर्ग और अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी के ग्रेगरी मारगुलिस को एबेल पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया है।

ये दोनों इस पुरस्कार के तहत दी जाने वाली नॉर्वेजियन क्रोन 7.5 मिलियन (करीब 8.3400 US डॉलर) की राशि साझा करेंगे।

उन्हें ये पुरस्कार उनके “pioneering use of methods from probability & dynamics in group theory, number theory and combinatorics” (समूह सिद्धांत, संख्या सिद्धांत और संयोजन गणित में संभावना और गतिविज्ञान से विधियों के अग्रणी उपयोग) के लिए सम्मानित किया गया है। उन्होंने गणित के विविध क्षेत्रों में कठिन समस्याओं को हल करने के लिए संभाव्य तरीकों और यादृच्छिक तकनीकों का उपयोग किया था।

बर्लिन के हिलेल फुरस्टनबर्ग को सटीक विज्ञान के लिए इज़राइल पुरस्कार और गणित में वुल्फ पुरस्कार से सम्मानित किया गया हैं।

मॉस्को के ग्रेगरी मारगुलिस ने 32 साल की उम्र में साल 1978 में फील्ड्स मेडल जीता था, लेकिन सोवियत अधिकारियों की मंजूरी न मिलने के कारण हेलसिंकी में पदक हासिल नहीं किया था और इसके अलावा उन्हें गणित में लोबचेवस्की पुरस्कार और वुल्फ पुरस्कार भी दिया गया हैं।

एबेल पुरस्कार क्या है?

एबेल पुरस्कार गणित के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए दिया जाने वाला सम्मान है, जो नार्वे सरकार द्वारा वित्त पोषित है और जिसे एबेल समिति की सिफारिशों पर प्रदान किया जाता है, जिसमें 5 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त गणितज्ञ शामिल हैं।

नील्स हेनरिक एबेल की 200 वीं वर्षगांठ के अवसर पर एबेल पुरस्कार की स्थापना 2002 में नॉर्वे सरकार द्वारा की गई थी।

नॉर्वे की राजधानी: ओस्लो.

नॉर्वे के प्रधान मंत्री: एर्ना सोलबर्ग.

नॉर्वे की मुद्रा: नार्वेजियन क्रोन.

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